कई घटनाएं इंसान की ज़िंदगी में ऐसी होती हैं, जो उसे गलत रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए उससे उसके जीने का मकसद भूलने को मजबूर करती हैं। परन्तु कुछ उदाहरण उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की आयुषी सिंह जैसे हैं, जो अपने जीवन का लक्ष्य अपनी ज़िंदगी की सबसे दर्दनाक घटनाओं के बाद तय करते हैं। एवं अपनी पूरी ताकत वहां तक पहुंचने के लिए लगा देते हैं।
आयुषी के पिता पर दर्ज थे हत्या सहित अनेक मुकदमे
आयुषी इस उपलब्धि ने उनके परिवार पर लगे अपराधी के कलंक को धो दिया है। आयुषी के परिवार के लिए यह दूसरी खुशी है एक तरफ जहां एक अपराधी के परिवार के तौर पर मुरादाबाद के डिलारी के पूर्व ब्लाक प्रमुख योगेंद्र सिंह उर्फ भूरा के परिवार की पहचान होती थी, वहीं डीएसपी आयुषी सिंह के नाम से अब इस परिवार को जाना जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आयुषी सिंह के पिता योगेंद्र सिंह भूरा पर हत्या समेत कई मुकदमे दर्ज थे।
अपने पिता की हत्या के बाद आयुषी सिंह ने अधिकारी बनने का निर्णय लिया था। और आज उन्होंने अपने लक्ष्य को पा लिया है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षा आयुषी ने पास की है। उसकी कामयाबी से आज उनका परिवार बहुत खुश है। परन्तु इस खुशी के बीच वो दुख भुलाये नहीं भूलता जो पिता की हत्या के बाद परिवार को मिला। आज तक पुलिस उनके पिता के हत्यारे को पकड़ नहीं सकी।
विगत 2 वर्षों से यूपीपीएससी की कर रहीं थीं तैयारी
स्थाई तौर पर भोजपुर के मानपुर गांव के रहने वाले भूरा की बेटी आयुषी दिल्ली में रहती हैं। उन्होंने यहीं रहते हुए यूपीपीएससी की तैयारी की थी। भूरा ने बेटी को ऑफिसर बनाने के लिए मुरादाबाद के आशियाना में घर बनाया था।
उन्होंने हाईस्कूल तक की पढ़ाई मुरादाबाद के केसीएम स्कूल से की। एवं 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चली गईं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से 2019 में स्नातक की परीक्षा पास की।
इसके पश्चात उन्होंने पॉलिटिकल साइंस से वर्ष 2021 में एमए की पढ़ाई पूरी की। नेट की परीक्षा में बैठी और वहां भी सफलता हासिल की।इसके बाद यूपीपीएससी की तैयारी में वह विगत 2 वर्षों से जुटी थीं। आखिरकार उन्होंने इस परीक्षा में भी सफलता हासिल कर ली।
कोर्ट में पेशी के दौरान हुई थी पिता की हत्या
भले ही हत्या समेत कई आरोप आयुषी सिंह के पिता भूरा पर लगे थे, लेकिन वह अपनी पुत्री को अधिकारी बनाना चाहते थे। आज यूपीपीएससी परीक्षा पास करके आयुषी डीएसपी बन गई हैं। आयुषी की मां पूनम अभी डिलारी की ब्लाक प्रमुख हैं।
एक केस में पेशी के लिए वर्ष 2015 में भूरा को जेल से कोर्ट लाया जा रहा था, इसी दौरान उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। भूरा के एक बेटी एवं एक बेटा है।
बेटा आदित्य सिंह एमटेक की पढ़ाई आईआईटी दिल्ली से कर रहा है। बेटी आयुषी ने अधिकारी बनने का सपना पूरा करने के लिए बेटी आयुषी ने यूपीएससी क्रैक कर दिया।
पिता का सपना किया पूरा
आयुषी ने इस सफलता को पाने के पश्चात अपनी मां पूनम को फोन कर इसके बारे में जानकारी दी। मां को फोन कर उन्होंने बताया कि, वह डीएसपी बन गई है। मां ने कहा, तुमने अपने पिता का सपना पूरा कर दिया।
इसके लिए बेटी को धन्यवाद देते हुए भावुक भी हुई। बता दें कि, आरोपी सुमित ने मुरादाबाद के कोर्ट परिसर में 23 फरवरी 2015 को गोली मार कर हत्या कर दी थी।
वकीलों ने इस दौरान सुमित के 2 साथियों को पकड़ लिया था, परन्तु सुमित भागने में कामयाब हो गया। बाद में पुलिस ने उसे पकड़ लिया, लेकिन कोर्ट में पेशी के दौरान सुमित एक बार फिर पुलिस को चकमा देकर भाग गया।
अभी तक 1 लाख रुपये का इनामी सुमित फरार चल रहा है। वहीं भूरा पर कई केस दर्ज थे। अपने भतीजे रिंकू सिंह की हत्या का भी उस पर आरोप था। 2015 में आयुषी 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही थीं, जब भूरा की हत्या हुई।